खराब सफाई व्यवस्था पर ठेकेदार पर 50 हजार का लगाया अर्थदंड
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ऋषिकेश सहित, ड्यूटी से नदारद मिले 4 चिकित्सकों का रोका वेतन
खबर काम की
ऋषिकेश (सीनियर रिपोर्टर)। जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल शुक्रवार की सुबह अचानक प्राईवेट वाहन से राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचे और एक्शन में आए गए। उन्होंने काउंटर पर आम मरीज की तरह लाइन में लगकर पर्ची लिया, फिर डाक्टर को दिखवाने पहुंचे। लेकिन डाॅक्टर के नहंी मिलने पर सीएमएस के दफतर पहुंचे। लेकिन सीएमएस साहब नदारद मिले तो उनका वेतन सहित 04 नदारद चिकित्सकों के भी वेतन रोकने के आदेश दे दिए। डीएम ने व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। तहसील दिवस पर उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन से सभी रिकॉर्ड लेकर तलब होने को कहा है। वहीं अस्पताल में सफाई व्यवस्थ ठीक न होने पर सम्बंधित सफाई ठेकेदार पर 50 हजार का अर्थदंड की कार्रवाई भी की गई।
जिलाधिकारी जब यहां पहुंचे तो आधा घंटा तक चिकित्सकों और स्टाफ को उनके आने की भनक तक नहीं लग पाई। उन्होंने चिकित्सालय के स्टाफ और चिकित्सकों के उपस्थिति रजिस्टर भी अपने कब्जे में ले लिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में 5 से 6 विशेषज्ञ चिकित्सक होने के बाद भी वार्ड खाली है, ऑपरेशन थिएटर में कोई मरीज ना मिलने पर उन्होंने इसका कारण पूछा। डीएम के यहां पहुंचने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मौजूद नहीं थे। जिस पर उन्होंने अव्यवस्थाओं पर उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए। औचक निरीक्षण के दौरान डीएम श्री बंसल को आईसीयू में ताला, टीकाकरण कक्ष में एएनएम मिली नदारद मिले। पूरे मामले में सीएमओ से रिपोर्ट तलब की है।
एक्शन में डीएम साहब! सरकारी अस्पताल में सीएमएस के नहीं मिलने पर रोका वेतन
