– भारतीय मानक ब्यूरो के निदेशक सौरभ तिवारी ने साझा की जानकारियां
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देहरादून (सीनियर रिपोर्टर)। भारतीय मानक ब्यूरो के निदेशक सौरभ तिवारी ने बताया कि 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस पर उत्तराखंड में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के मकसद से विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान राज्य में क्वालिटी रिवोल्यूशन लाएगा।
सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया से मुखातिब सौरभ तिवारी ने बताया कि इस वर्ष विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस “क्वालिटी कनेक्ट कैंपेन ऑफ द गवर्नमेंट ऑफिसियल“ की थीम पर आयोजित किया जा रहा है। कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो के अधिनियम में निहित उपभोक्ता के अधिकारों के तहत जनता को जागरूक भी किया जा रहा है।
निदेशक ने बताया कि राज्य में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट लेवल कमेटी की वर्तमान वित्तीय वर्ष दो बैठकें आयोजित की गई। जिसमें राज्य की क्रय नीति में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सत्यापित उत्पादों को प्रमुखता देने के लिए कहा गया है। उन्होंने उपभोक्ताओं से बीआईएस केयर एप्लिकेशन डाउनलोड करने और इससे अपने अधिकारों को समझते हुए उत्पादों की खरीद में गुणवता को ध्यान देने का आग्रह किया। इसी ऐप से उन्होंने उपभोक्ताओं को बी.आई.एस द्वारा सत्यापित किए गए (ISI मार्क/ R मार्क/ HUID को जांचने का आग्रह किया।
तिवारी ने बताया की विभिन उत्पादों से संबंधित केंद्र सरकार द्वारा जारी गुणवता नियंत्रण आदेश के लिए मार्केट सर्वेक्षण एवं छापेमारी की कार्यवाही की जा रही है। कहा कि मानक मित्रों की मदद से राज्यभर के सरकारी दफ्तरों में जागरूक अभियान चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में बी.आई.एस द्वारा इस वर्ष ग्राम पंचायतों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ जागरूकता कार्यक्रम, विभिन्न मेलों और प्रदर्शनियों में उपभोक्ताओं को आईएसआई चिह्नित उत्पादों की जानकारी, 300 से अधिक स्टैंडर्ड क्लबों के माध्यम से छात्रों के लिए गतिविधियां एवं एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय संवेदनशीलता से कार्यक्रमों का संचालन, “मानक मंथन“ कार्यक्रम एवं “कैप्सूल कोर्स“ कार्यक्रम के माध्यम से उपभोक्ताओं को गुणवत्ता मानकों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
सौरभ तिवारी ने कहा कि उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा करना बी.आई.एस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे आईएसआई मार्क वाले प्रमाणित उत्पादों का ही उपयोग करें और किसी भी तरह की शिकायत के लिए बी.आई.एस हेल्पलाइन अथवा BIS CARE ऐप का उपयोग करें।