बदरीनाथ धाम बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी पहुंचे

• यात्रा व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण, अधीनस्थों को दिए निर्देश

 

खबर काम की
गोपेश्वर (सीनियर रिपोर्टर)। चारधाम यात्रा 2025 में यात्रियों के सुविधा के लिए बदरीनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने अपने विश्राम गृहों और कार्यालयों को सुव्यवस्थित करना शुरू कर दिया है। मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बदरीनाथ धाम पहुंचकर तैयारियों के बारे अधीनस्थों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए।

बुधवार को बीकेटीसी के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने समिति के अधिकारियों का दल के साथ बदरीनाथ में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने सिंहद्वार परिसर, बस टर्मिनल स्थिति स्वागत कार्यालय, विश्रामगृहों, दर्शन पथ, तप्तकुंड परिसर, अलकनंदा घाट आदि का निरीक्षण किया। साथ ही शीतकाल में सुरक्षा व्यवस्था को तैनात जवानों से उनका हालचाल जाना।

मुख्य कार्याधिकारी ने बताया कि बदरीनाथ में एक से डेढ फीट तक बर्फ जमी है। रैन शैल्टर को हुए कुछ नुकसान के अलावा मंदिर समिति की परिसंपत्तियां सुरक्षित हैं। सहायक अभियंता विपिन तिवारी ने बताया कि मंदिर के परिसर में चार फीट तक बर्फ मौजूद है। दर्शन पंक्ति के रैन शैल्टर कहीं-कहीं पर क्षतिग्रस्त दिखे हैं।

सीईओ ने यहां भी किया निरीक्षण
बीकेटीसी के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने बदरीनाथ पहुंचने से पहले टिहरी, घनसाली, कर्णप्रयाग, नन्दप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी और जोशीमठ में समिति के विश्राम गृहों का निरीक्षण किया। जोशीमठ में उन्होंने बैठक कर कर्मचारियों को तैयारियों के बाबत दिशा निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने योग ध्यान बदरी मंदिर पाण्डुकेश्वर में भी व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, सुपरवाइजर भागवत मेहता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।

यहां भी निरीक्षण को पहुंचेंगे
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने बताया कि मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल 27 मार्च को नृसिंह मन्दिर ज्योतिर्मठ कार्यालय, 28 मार्च को ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ कार्यालय और उसके बाद गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड, कालीमठ, रुद्रप्रयाग, कलियासौड़ और श्रीनगर गढ़वाल स्थित विश्राम गृहों का निरीक्षण करेंगे। 29 मार्च को सीईओ पौड़ी, देवप्रयाग और ऋषिकेश में विश्राम गृहों और कार्यालयों के निरीक्षण को पहुंचेंगे।

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