खबर काम की
ऋषिकेश (रिपोर्टर)। योगनगरी ऋषिकेश सहित आसपास में यातायात की समस्या रोज की परेशानी बनती जा रही है। इसमें लोग मानसिक रूप से तो परेशान होते ही हैं, उन्हें आर्थिक क्षति भी उठानी पड़ती है। हैरत की बात यह है कि इस समस्या का कोई ठोस उपाय नहीं ढूंढा जा रहा है। बिना हेलमेट वालों पर अंकुश लगाने के कई उपाय हैं, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू हो जाए, इसके लिए कोई स्थायी उपाय नहीं है।
शहर के जयराम आश्रम से चंद्रभागा और चंद्रभागा से मुनिकिरेती कैलाश गेट, तपोवन ढालवाला नटराज चौक सहित चौदह बीघा शीशमझाड़ी की गालियों में हर समय जाम एक हज़ार से ज्यादा दो पहिया वाहन चालक फंसे रहते हैं। एक दो पहिया वाहनों में कम से कम 100 रुपये का ईंधन फिजुल खर्च हो जाता है। जाम में करीब 80 हजार रुपये का ईंधन बर्बाद हो जात है। वाहन चालक नीरज का कहना है कि जाम में फंसने से गाड़ियों का चार से पांच से दस लीटर डीजल खर्च बेवजह हो जाता है।