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देहरादून (सीनियर रिपोर्टर)। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में हुई गड़बड़ी का संज्ञान लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कुलपति को जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गलत मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों को 10 साल के लिए डिबार करने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही स्थायी परीक्षा नियंत्रक नियुक्त करने को कहा।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में परीक्षा मूल्यांकन में हुई गड़बड़ी को बड़ी चूक माना है। कहा कि प्रकरण की गम्भीरत को देखते हुये कुलपति को जांच के निर्देश दे दिए हैं। जांच में जो भी पहलू सामने आयेंगे, उसके मुताबिक ठोस कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले परीक्षकों के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाह शिक्षकों को 10 साल के लिए परीक्षा मूल्यांकन से डिबार जाएगा। उन्होंने विवि में स्थायी परीक्षा नियंत्रक न होने पर भी नाराजगी जताई। इसके लिए कुलपति को जल्द विज्ञप्ति जारी करने को कहा है।
निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों का होगा सत्यापन
कैबिनेट मंत्री रावत ने बताया कि शैक्षिक गुणवत्ता को दृष्टिगत श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी शिक्षण संस्थानों में कार्यरत फैकल्टी का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। ताकि पता लगे कि निजी शिक्षण संस्थानों में तैनात फैकल्टी यूजीसी एवं विश्वविद्यालय के नियमों के अनुरूप नियुक्त की गई हैं या नहीं।
उन्होंने कहा कि जिन संस्थानों में यूजीसी के मानकों के अनुरूप फैकल्टी की तैनाती नहीं पायी जाएगी, उनकी मान्यता मानक पूर्ण करने तक निलंबित रखी जाएगी। विवि प्रशासन को एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर सभी सम्बद्ध निजी संस्थानों की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।