लोकपर्व हरेला पर धामी ने शहीदों के नाम रोपे पौधे

प्रदेश में 50 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य, स्कूल और वन पंचायतें सम्मानित

खबर काम की
देहरादून (सीनियर रिपोर्टर)। लोकपर्व हरेला के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मालदेवता में आयोजित ‘शहीदों के नाम पौधरोपण’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। सीएम ने कठुआ में शहीद उत्तराखंड के जवानों और बिनसर वन्यजीव विहार वनाग्नि हादसे में मृत वन्यकर्मियों की स्मृति में श्रद्धांजलि पौधरोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए स्कूलों और वन पंचायतों को सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हरेला पर्व सुख, समृद्धि, शान्ति, पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण का प्रतीक है। यह जीवन को प्रकृति के साथ जोड़ने का कार्य करता है। कहा कि प्रदेश में हरेला पर्व पर 50 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें सरकार के साथ जनसहयोग भी लिया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त तक बृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। सरकार के साथ स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और जनसहयोग को इसमें लिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 10 वर्षों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किये गये हैं। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरूआत की थी। तब से अब तक देश में करोड़ों पौधे रोपे जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए देश में पहला स्थान हासिल किया है। यह उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री ने मिश्रित वन के तहत पर्यावरण विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ‘सिंगलास वन’ विकसित करने के लिए प्रयास कर रही रुद्रप्रयाग जनपद के कोट ग्राम पंचायत की मातृशक्ति के प्रयासों की भी प्रशंसा की। कहा कि इनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के साथ जल संरक्षण के लिए भी कार्य किये जा रहे हैं, यह एक सराहनीय पहल है।

कार्यक्रम में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि हरेला पर्व के उपलक्ष्य में इस वर्ष प्रदेश में 01 करोड़ 64 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। कहा कि उत्तराखंड की पहचान यहां का नैसर्गिक सौन्दर्य है। वन सम्पदा राज्य की आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन है।

मौके पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. धनंजय मोहन, आईजी गढ़वाल के.एस नगन्याल, जिलाधिकारी सोनिका, एसएसपी अजय सिंह समेत वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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