नवरात्र और दशहरे के बाद अब करवाचौथ की तैयारियों लेकर महिलाओं की भीड़ से बाजार गुलजार हो रहे हैं। जिससे दुकानदारों के चेहरे भी चमक रहे हैं। बाजार में महिलाओं के लिए वस्त्र, आभूषण, परिधान और सौंदर्य प्रसाधन की एक लंबी शृंखला मौजूद है।
सजना है मुझे सजना के लिए…
-सौंदर्य प्रसाधन से लेकर मेहंदी लगाने वालों की बड़ी मांग
– महिलाओं को लुभाने सामान का विशेष प्रकार से किया जा रहा डिस्पे
खबर काम की
ऋषिकेश (रिपोर्टर)। ऋषिकेश : नवरात्रि और दशहरे के बाद अब करवाचौथ की तैयारियों लेकर महिलाओं की भीड़ से बाजार गुलजार हो रहे हैं। जिससे दुकानदारों के चेहरे भी चमक रहे हैं। बाजार में महिलाओं के लिए वस्त्र, आभूषण, परिधान और सौंदर्य प्रसाधन की एक लंबी शृंखला मौजूद है। दुकानदारों ने भी महिलाओं को लुभाने के लिए खूब तैयारी कर रखी है। सामान का विशेष प्रकार से डिस्प्ले तैयार करवाए गए हैं जो महिलाओं को आकर्षित कर सकें। करवाचौथ की पूर्व संध्या पर बड़ी संख्या में महिलाएं खरीदारी करने के लिए पहुंच रही हैं।
शक्कर से तैयार करवे की अपेक्षा बाजार में मिट्टी के करवे में पानी भरकर पूजा अर्चना करती हैं। करवा चौथ पर निर्जला व्रत रखने वाली महिलाओं को उनके पति मिट्टी के करवे से ही पानी पिलाकर व्रत तुड़वाया जाता है। इसके चलते बाजार में मिट्टी के करवों की खासी डिमांड है।
करवा चौथ के मौके पर मेहंदी लगाने वालों की भी डिमांड काफी बढ़ जाती है। हालांकि अभी बाजार में कुछ जगह ही मेहंदी लगाने वाले बैठे हैं। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आएगा वैसे-वैसे मेहंदी लगाने वालों की भी दुकान सजनी शुरू हो जाएंगी। जहां महिलाएं अपने हाथों में सुंदर और आकर्षित मेहंदी रचवाएंगी।
सुहागिन महिलाओं में लाल रंग के वस्त्रों के पहनने का प्रचलन रहा है। जिस कारण लाल रंग के वस्त्र की सबसे अधिक मांग है। अधिकतर महिलाएं लाल रंग की साड़ी, सूट या अनारकली सूट पहनना पसंद करती है। इसलिए बाजार में लाल रंग के सूट और साड़ी की खरीदारी को लेकर महिलाओं में ज्यादा उत्साह है। इसके अलावा डिजाइनर सूट और साड़ी भी महिलाओं को खूब भा रहे हैं।
स्वर्णकार ने बताया कि इस बार करवा चौथ के पर्व को लेकर अच्छी दुकानदारी देखने को मिल रही है। इस बार में करवा चौथ पर बिछिया, पायल, लोंग की अच्छी खरीददारी हुई है। लेकिन सोने-चांदी के भाव के कारण ग्राहकी पर असर पड़ा है।