खबर काम की
ऋषिकेश (रिपोर्टर)। वीकेंड और वैसाखी पर्व पर तीन दिनांे की छुट्टियां पड़ने के बाद घूमने के लिए योगनगरी ऋषिकेश पहुंचे पर्यटकों को गूगल मैप ने खूब छकांया। हजारांे वाहनों से महाजाम लगने पर पर्यटकों ने गूगल मैप का सहारा लिया जिसके बाद गूगल मैप ने उन्हें गली-मोहल्लों के तंग गलियों मंे भटकने को छोड़ दिया। प्र्यटकों को जो सफर एक घंटें में करना था उसे उन्होंने गूगल मैंप के चलते तीन घंटें में करना पड़ा।
एडवेंचर एक्टिविटिज का हब ऋषिकेश इन दिनों महाजाम के झाम में फंसा है। हजारों खर्च कर दिल्ली, एनसीआर, नोएडा, गाजियाबाद, गौतमबुद्वनगर, गुरूग्राम, फरीदाबाद, हरियाणा, पंजाब सहित अन्य प्रातों से राफिंटग कैंपिंग सहित एडवंेचर एक्टिविटिज करने वीकेंड पर आते है। लेकिन इस बार वीकेंड के साथ वैशाखी पर्व की छुट्टियां एक साथ होने से तीन दिनों की छुट्टी पड़ी है । जिसका फायदा उठाने के लिए फैमली के साथ तो दोस्तों के साथ प्लान बनाकर घूमने निकले पर्यटक ऋषिकेश शहर में जैसे ही प्रवेश करते है तो उन्हें जाम में घंटों फंसना पड़ रहा है। जैसे-जैसे वे श्यामपुर बाईपास से नटराज चैक और त्रिवेणी घाट चैक पहुंचते है उनके सब्र का बांध टूट जाता है। इसके बाद वे गूगल मैप की मद्द से आगे का सफर शुरू कर देते है। जिससे वे चैदह बीघा, ढालवाला, बनखंडी, शान्तिनगर, गंगानगर, शिवाजीनगर सहित अन्य इलाकों में पहुंच जाते है। जिससे वे और घंटों जाम में फंस जाते है। दिल्ली आनंद पर्वत से दोस्तों के साथ पहुंचे साहिल महरोत्रा ने बताया कि वे दोस्तों के साथ शनिवार को शाम ऋषिकेश के श्यामपुर पहुंचे लेकिन जाम में उन्होंने भी गूगल मैप का सहारा लिया जिससे वे गली-मोहल्लों में घुस गए इससे वे देररात अपने रिसाॅर्ट में पहुंचे। सोचा था कि जल्दी पहुंच जाएंगी तो आसपास घूम लेंगे और राफिटंग कर लेंगे। लेकिन ट्रैफिक के चलते उनकी अगले दिन रिसाॅर्ट से निकलने की हिम्मत नहीं हुई। जाम लगने के बाद एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल को स्वयं मोर्चा संभालना पड़ा लेकिन जाम से राहत नहीं मिली। हां कुछ हद तक ट्रैफिक जरूर सुचारू हो गया।
सोचिए चारधाम यात्रा शुरू होने पर क्या होगा ट्रैफिक का हाल
30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होने को है जिसमें लाखों तीर्थयात्रियों की भीड़ के साथ ही गर्मियों की छुट्टियों में फैमली दोस्तों के साथ एंडेंचर एक्टिविटिज करने वाले पर्यटकों के डबल दबाव में के समय ट्रैफिक क्या होगा सोच लीजिए। पुलिस ने अभी तक यातायात को लेकर किसी प्रकार का ठोस प्लान यात्रा सीजन और गर्मियों के छुट्टियों में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए नहंी किया है। एक्सपर्ट नरेन्द्र शर्मा ने बताया एक तो जाम में फंसे पर्यटकों को मानसिक दौर से गुजरना पड़ता है वहीं टाइम के साथ पैसे का भी नुकसान होता है। घंटों गाड़ियां जाम में फंसे होने से एसी चलता है जिससे ईधन की खपत होती है।