– डीएम ने आशाओं से फील्ड में शतप्रतिशत योगदान की अपेक्षा भी की
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देहरादून (सीनियर रिपोर्टर)। जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद में उत्कृष्ट योगदान देने वाले फ्रंटलाइन वारियर्स आशा कार्यकर्ताओं, एनसीसी और एनएसएस कैडेट्स को सम्मानित किया गया। वहीं उन्होंने आशाओं से फील्ड में शत-प्रतिशत योगदान देने की अपेक्षा भी की।
इस अवसर पर डीएम सविन बंसल ने कहा कि आशाएं सिर्फ स्वास्थ्य कार्यकर्ता नहीं, बल्कि पूरे हेल्थ सिस्टम की रीढ़ हैं। कहा कि पिंक ड्रेस अब मात्र एक यूनिफॉर्म नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य सिस्टम की पहचान बन गई है। उन्होंने डेंगू नियंत्रण में आशाओं की सक्रिय भूमिका को विशेष रूप से सराहा। कहा कि उनके समर्पण के कारण जनपद में इस वर्ष डेंगू के सबसे कम केस आए हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आशाओं को दी गई ₹1555 की प्रोत्साहन राशि उनके योगदान की मान्यता है, किसी प्रकार की सहायता नहीं। कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा फ्रंटलाइन वर्कर्स को महत्व देते हैं। कहा स्वास्थ्य विभाग जीवन से जुड़ा विभाग है, इसलिए स्वास्थ्य कर्मियों को करुणा और सतर्कता के साथ काम करना चाहिए। इसी वजह से अन्य विभागों के तुलना में स्वास्थ्य विभाग को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि डेंगू का कोई भी मामला सामने आने पर शॉर्ट नोटिस में पूरी मशीनरी एक्टिव रहे। देहरादून और ऋषिकेश नगर क्षेत्रों में आशाओं को वार्ड आवंटन, डोर-टू-डोर सर्वे, रैपिड रिस्पांस टीम व वार्डवार वालिटियर्स की तैनाती की गई है। डेंगू, मलेरिया चिकनगुनिया व अन्य जल जनित बीमारियों पर प्रभावी अंकुश लगाने को टीमें सजग हैं।
आशाओं को एनएचएम से 01 हजार, नगर निगम से 1500 और जिला प्रशासन द्वारा 1500 रुपये की अतिरिक्त धनराशि दी जा रही है। वहीं अच्छा कार्य करने वाली आशाओं व आशा फेसिलटर को 1555 अतिरिक्त धनराशि का प्राविधान किया गया हैं। डीएम के निर्देश पर नगर निगम ऋषिकेश में 1500 की धनराशि का एरियर सहित भुगतान के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद ढौंडियाल, एसीएमओ डॉ. निधि, सीओ अनुज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग जितेन्द्र कुमार, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।