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पटना (सीनियर रिपोर्टर) । पटना में सूर्य उपासना के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन व्रतियों के द्वारा अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ दिया गया। वहीं, कल यानी सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ देकर महापर्व की समाप्ति होगी। आज अस्तचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए श्रद्धालुओं का भारी भीड़ गंगा नदी के तट पर उमड़ी।
गौरतलब है कि पटना में सूर्य उपासना का महापर्व चैती विगत कई दशकों से विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह देखते बन रहा था। चार दिनों तक चलने वाले कठिन महापर्व की शुरुआत नहाए खाए से होती है। इसके बाद श्रद्धालुओं ने 36 घंटे का कठिन व्रत खरना रखा। आज व्रतियों के द्वारा डूबते सूरज को अर्घ दिया गया। वहीं, कल उगते सूरज को अर्घ दिया जाएगा। इसके बाद इस पर्व की समाप्ति होगी।
छठ पूजा की शुरूआत बिहार से हुई थी, लेकिन आज पूरे देश में श्रद्धा भाव से मनाया जाता है। इसी तरह से चैती छठ मनाने की भी परंपरा पुरानी है। चैती छठ पर रविवार को छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया।
नदी-तालाबों में उमड़ी थी भीड़
चैती छठ पर नदियों और तालाबों में छठ व्रतियों और भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही थी। सोमवार की सुबह छठ व्रती उगते सूर्य को अर्ध्य देंगे।

छठ पर्व पर यह मान्यता है कि जो भी इस पर्व को करते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है। अधिकांश लोग पुत्र की प्राप्ति के लिए पूजा करते हैं तो कुछ लोग मन्नत पूरी होने पर श्रद्धा भाव से व्रत करते हैं।